184--02-11
कौन हंसता नहीं?
कौन रोता नहीं?
खुशी और गम
कौन रोता नहीं?
खुशी और गम
किस के जीवन में
नहीं
कौन सोचता नहीं
कौन आशा करता नहीं
किसकी आशा
कौन सोचता नहीं
कौन आशा करता नहीं
किसकी आशा
पूरी हुई कभी
हर जीवन में
हर जीवन में
रंग कई
बेरंग जीवन कैसा
बेरंग जीवन कैसा
होता
कौन बता सकता
कौन बता सकता
कभी
डर मौत का किसे
डर मौत का किसे
नहीं
फिर भी जी रहे
फिर भी जी रहे
सभी
रोज़ नया सोचते
रोज़ नया सोचते
सभी
आगे बढना चाहते
आगे बढना चाहते
सभी
पुराना छोड़ता नहीं
पुराना छोड़ता नहीं
कोई
याद निरंतर करता
मुड मुड पीछे देखता
अतीत में लौटता
उसे नहीं भूलता
याद निरंतर करता
मुड मुड पीछे देखता
अतीत में लौटता
उसे नहीं भूलता
कोई
03-02-11
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