Sunday, September 1, 2013

"निरंतर" की कलम से.....: हरा हो कर पीला हो जाना जीवन की नियति है

"निरंतर" की कलम से.....: हरा हो कर पीला हो जाना जीवन की नियति है: वृक्ष पर लगे पीले पत्ते से एक बूढ़े ने पूछ लिया बरसों हरा रहने के बाद वृक्ष पर झूमने के बाद पीलापन कैसा लगता है वृक्ष से टूट...

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