Tuesday, March 13, 2012

किसी का जीवन भी व्यर्थ नहीं जाता

नन्हा चूजा
एक दिन बोला
अपनी माँ से
चील हमारी
जान की दुश्मन
उसको क्यों बनाया
भगवान् ने
माँ को समझ 
नहीं आया
कैसे शांत करे 
चूजे की जिज्ञासा
माँ फुर्र से उड़ गयी
पकड़ कर लायी
एक नन्हे कीड़े को
चोंच में
चूजे से बोली
लो अपना पेट भर लो
चूजा बोला
पेट बाद में भरूंगा
पहले मेरी बात सुन लो
मुझे समझ आ गया
क्यों भगवान् ने
चील को बनाया
जिसे भी भगवान् ने
बनाया
किसी ने किसी के
काम आता
किसी का जीवन भी
व्यर्थ नहीं जाता
13-03-2012
362-96-03-12

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