खुदा ने भेजा
था
इंसान की शक्ल
में
फ़रिश्ता ज़मीन
पर
सोचा था खुदा
का नुमाइन्दा
बन कर जियेगा
ज़मीन पर ज़न्नत
बसाएगा
उसे पता ना था
आब-ओ-हवा ज़मीन
की
कुछ ऐसी निकलेगी
फ़रिश्ता भी
हैवान बन जाएगा
गर पता होता
तो पहले
ज़मीन की
आब-ओ-हवा बदलता
फिर ज़मीन पर
भेजता
इंसान को
18-74-11-02-2013
आब-ओ-हवा, खुदा,इंसान,फ़रिश्ता,हैवान
डा.राजेंद्र
तेला,निरंतर
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