आओ अब कुछ
नया किया जाए
लीक से हट कर
चला जाए
रिश्तों को
निभाया जाए
अपनों को अपना
बना कर रखा जाए
परायों को
अपना बनाया जाए
जीवन को
सुखद बनाया जाए
आओ अब कुछ
नया किया जाए
01-57-01-02-2013
रिश्ते,जीवन,सम्बन्ध ,अपने.पराये
डा.राजेंद्र तेला,निरंतर
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