मार्च की दोपहर
पतझड़ का मौसम
पीले पत्ते टूट कर
हवा में उड़ रहे
धरती पर बिखर रहे
नए पत्ते
जन्म लेने को आतुर
टहनी की
कोख में पल रहे
वृक्ष निस्तेज खड़े
असमंजस में डूबे
बिछड़ों के दुःख में
आसूं बहाएँ
या आनेवालों का
स्वागत करें
पतझड़ का मौसम
पीले पत्ते टूट कर
हवा में उड़ रहे
धरती पर बिखर रहे
नए पत्ते
जन्म लेने को आतुर
टहनी की
कोख में पल रहे
वृक्ष निस्तेज खड़े
असमंजस में डूबे
बिछड़ों के दुःख में
आसूं बहाएँ
या आनेवालों का
स्वागत करें
15-71-08-02-2013
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डा.राजेंद्र तेला,निरंतर
डा.राजेंद्र तेला,निरंतर
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