Tuesday, April 17, 2012

क्या यह प्यार नहीं है ?



कैसे कह दिया तुमने ?
मैं तुम्हें प्यार नहीं करता
तुम्हें गले नहीं लगाता
तुम्हें चूमता नहीं हूँ
अपनी बाहों में नहीं
लेता
तुम्हारे करीब नहीं हूँ
इसका अर्थ ये नहीं कि
मैं तुमसे प्यार नहीं करता
पल पल तुम्हें याद
करता हूँ
तुम्हारी कमी मुझे
व्यथित करती है
जब भी निराश होता हूँ
पूर्ण विश्वास से
तुम्हारी तरफ देखता हूँ 
तुम ही समस्या का
कोई हल सुझाओगी
मुझे समस्या से बाहर
लाओगी
मेरे जीवन की हर बात
केवल तुमसे सांझा करता हूँ
जीवन के हर विषय पर
सिर्फ तुमसे चर्चा करता हूँ
तुमसे एक दिन भी
बात ना हो
तो परेशान हो जाता हूँ
तुम्हारी कुशलता का
समाचार नहीं मिले
जब तक सो नहीं पाता
प्यार क्या सिर्फ
जिस्मानी रिश्ता ही
होता है ?
अब तुम्ही बताओ
क्या यह प्यार नहीं है ?
17-04-2012
444-24-04-12

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