मुझे पता नहीं
क्या तलाश रहा हूँ ?
बस तलाश रहा हूँ
जिस दिन लगेगा
मिल गया
तलाश स्वत:रुक
जायेगी
फिर आयेगा दौर
उसे जानने समझने का
नयी तलाश
शुरू हो जायेगी
एक बाद एक
ख्वाब पूरा होता
जाएगा
नयी इच्छाएं
जन्म लेती रहेंगी
कुछ और की तलाश में
तलाश अनवरत
चलती रहेगी
मैं चुक जाऊंगा
फिर कोई मुझे भी
तलाश करेगा
खुद के बुने सपनों में
खोता रहेगा
मारिचिका की तलाश में
भटकता रहेगा
निरंतर तलाश करता
रहेगा
16-06-2011
1053-80-06-11
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