Saturday, June 4, 2011

आसमान से देखता रहूँगा,हर लम्हा साथ रहूँगा

मेरे मरने के बाद
ना मातम बनाना
ना अश्क बहाना 
किस्मत समझ
चुपचाप सहना
मेरी यादों के सहारे
जी लेना 
निरंतर मुस्काराते
रहना
ना समझना दूर हूँ
तुमसे
आसमान से देखता
रहूँगा
हर लम्हा साथ रहूँगा
निरंतर दुआ करता
रहूँगा
इंतज़ार तुम्हारा
करता रहूँगा
ज़न्नत में मिलूंगा
फिर ज़िन्दगी साथ
गुजारूँगा 
04-06-2011
996-23-06-11

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