Sunday, October 23, 2011

दर्द


दर्द
दिल में हो
तो जान ले लेता
जिस्म में हो
तो बेचैन करता
दर्द
बड़ा बेदर्द होता
किसी हाल में
बर्दाश्त नहीं
होता
23-10-2011
1700-107-10-11

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