Wednesday, February 29, 2012

हास्य कविता-पता थोड़े ही था जूते एक नंबर छोटे निकलेंगे


हँसमुखजी
पत्नी के साथ
मंदिर से निकले
पत्नी से बोले
चलने में दिक्कत हो
रही है
जूते काट रहे हैं
पत्नी बोली
बाज़ार से चप्पल
खरीद लो
हँसमुखजी बोले
सूट के साथ चप्पल
अच्छी नहीं लगेगी
पत्नी ने जवाब दिया
तो फिर सैंडल खरीद लो
सैंडल मुझे पसंद नहीं है
पत्नी झल्लायी
मंदिर आये तब तो ठीक थे
अचानक क्या हो गया
हँसमुखजी बोले
कोई ख़ास बात नहीं
जूते पुराने हो गए थे
अपने मैंने मंदिर में
छोड़ दिए
दूसरे के पहन लिए
पता थोड़े ही था
एक नंबर छोटे
निकलेंगे
29-02-2012
265-176-02-12


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