यूँ ही मिल
गया कोई
चलते चलते
दिल में चिराग
लिए
देखा जो अन्धेरा
उसने
दिल में मेरे
चिराग मुझे
थमा दिया
हो गया मैं
भी रोशन
उसके इस कारनामे
से
खुश हो कर
जब पूछा मैंने
उससे
तुम्हारे दिल
का क्या होगा
बड़ी शिद्दत
से वो
कहने लगे
जिसको चिराग
समझा
तुमने
वो चिराग नहीं
मोहब्बत है
मेरी
जब तक जलती
रहेगी
शमा मोहब्बत
की दिल में
तुम्हारे
यूँ ही रोशन
करती
रहेगी
ज़िन्दगी तुम्हारी
21-08-2012
678-38-08-12
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