मेरे सीधेपन
का मखौल
ना उडाओ
मेरे तीखेपन
को ना
उकसाओ
अभी तक तो सीखा
नहीं
किसी का मज़ाक
उड़ाना
अब कोई चाहत
भी नहीं
उसे सीखने की
फिर भी अगर
मजबूर
करोगे
हम मुस्कारा
कर सिर्फ
इतना कहेंगे
ऐ दोस्त कभी
इंसान
बन कर भी जिया
करो
इंसान को
इंसान समझा
करो
05-08-2012
650-10-08-12
No comments:
Post a Comment