Sunday, August 26, 2012

अब तुम्ही बताओ



तुम सोचते हो
नज़रों से दूर हो जाओगे
तो दिल से उतर जाओगे
बेरुखी दिखाओगे तो
भुला दिए जाओगे
तुम्हारी मोहब्बत में
खुद को ही भूल चुके हैं
सिवाय तुम्हारे
हमें कुछ और याद नहीं
हर सांस के साथ
तुम्हारा नाम लेते हैं
दिल की हर धड़कन पर
तुम्हारा नाम लिखा है
खुदा मान कर
इबादत करी तुम्हारी
मिलो ना मिलो
चाहे बेरुखी दिखाओ
अब तुम्ही बताओ
तुम्हें कैसे भूल
सकते हैं हम
26-08-2012
702-62-08-12

No comments: