उसे देखते ही
मोहब्बत के
बादल
दिल में गरजने
लगे
खुशी से झूम
कर बरसेंगे
प्यार की नदियाँ
उफन कर बहने
लगेगी
दोनों के बीच
कोई दूजा ना
होगा
दो हो कर भी
हम एक होंगे
दो साज़ एक सुर
होंगे
बस उसकी रज़ा
का
इंतजार है
जब तक नहीं
मिले
बरसात के मौसम
में भी
सूखे का अहसास
होता रहेगा
21-08-2012
666-26-08-12
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