ज़िन्दगी का
लुत्फ़ उठाना हो
मस्ती में जीना हो
तो रोना छोड़ना होगा
निरंतर हँसना होगा
छोटी छोटी बातों को
भूलना होगा
रिश्तों को निभाना होगा
ग़मों को सहना होगा
मोहब्बत को जीने का
मकसद बनाना होगा
जीओ और जीने दो का
नारा लगाना होगा
लुत्फ़ उठाना हो
मस्ती में जीना हो
तो रोना छोड़ना होगा
निरंतर हँसना होगा
छोटी छोटी बातों को
भूलना होगा
रिश्तों को निभाना होगा
ग़मों को सहना होगा
मोहब्बत को जीने का
मकसद बनाना होगा
जीओ और जीने दो का
नारा लगाना होगा
11-11-05-01-2013
ज़िन्दगी
डा.राजेंद्र तेला,निरंतर
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