ह्रदय की हलचल
मन की खुशी
जीवन की व्यथा
मैंने सांझा करी तुमसे
मैं नहीं कहता
तुम भी सांझा करो
अपने ह्रदय की हलचल
मन की खुशी
पर जीवन की व्यथा तो
सांझा कर लो मुझसे
सुलझा तो नहीं पाऊंगा
पर दिलासा तो दे पाऊंगा
कुछ पल के लिए ही सही
तुम्हारे मन को
चैन तो दे पाऊंगा
38-38-19-01-2013
चैन,हलचल,दिलासा,सांझा करना,व्यथा
,जीवन
डा.राजेंद्र तेला,निरंतर
2 comments:
आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल रविवार (24-03-2013) के चर्चा मंच 1193 पर भी होगी. सूचनार्थ
बहुत सुन्दर ...
पधारें " चाँद से करती हूँ बातें "
Post a Comment