हम खुश किस्मत हैं
हमें गाँधी,सुभाष मिले
पटेल,शास्त्री भी मिले
हम आज़ाद भी हुए
हमें गणतंत्र मिला,
प्रजातंत्र भी मिला
फिर इतने बदकिस्मत
कैसे हो गए
भ्रष्ट और स्वार्थी
नेताओं का
राज मिला
ऊपर जाऊंगा तब
इश्वर से
पूछूंगा ज़रूर
ये अंग्रेजों की
बद्दुआ का असर है
या फिर
हमारे कर्मों का
फल है
30-05-2012
547-67-05-12
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