दिल क्या कहता
है
मन को पता चल
जाता
मन क्या सोचता
है
आँखों को खबर
नहीं होती
वो वही देखती
रहतीं
जो उसे दिखाई
देता
जो नहीं चाहती
वो भी
देखना पड़ता
काश मन की बात
आँखें जान लेती
सुकून की
इन्तहा हो जाती
किसी और चीज़
की
ज़रुरत ना होती
03-09-2012
720-16-09-12
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