ज़िन्दगी भर
मुसर्रतों की
तलाश में
भटकता रहा
मुसर्रतें तो
मिली नहीं
ग़मों से
दोस्ती ज़रूर
हो गयी
नफरत भरे
दिलों से मुलाक़ात
हुयी
मोहब्बत की
बात
करने वाले चेहरों
की
हकीकत पता चल
गयी
वफ़ा के नाम
पर
बेवफाई मिल
गयी
मुसर्रतें =खुशियाँ
754-50-23-09-2012
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