हमारी
छोटी सी कामयाबी
पर
इतनी पीठ थपथपाई
गयी
पीठ दर्द करने
लगी
कामयाबी सर
पर
चढ़ गयी
अपने आप को
बड़े भारी
हूनर मंद समझने
लगे
थोड़ी सी कामयाबी
में
मदहोश हो गए
भूल गए
आगे बढ़ने के
लिए
लक्ष्य को
याद रखना होता
मेह्नत से मुंह
ना
मोड़ना होता
नतीजा वही हुआ
जो होना था
होश में आये
तो देखा
हम चौराहे पर
खड़े थे
लोग आगे बढ़
गए
हम वहीं खड़े
रह गए
735-31-19-09-12
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