अब रोज़ की
ज़द्दोज़हद
से
थक गए हैं
अब कुछ ऐसा
करना चाहते
हैं
जो मन को भाये
दिल को सुहाए
किसी का दिल
ना
दुखाये
हम भी आराम
से जियें
वो भी आराम
से जियें
दोनों खुश रहे
780-23-24-10-2012
ज़द्दोज़हद,दिल
को सुहाए,मन को भाये
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