ह्रदय जले तो
मन जले
मन जले तो
कुछ नहीं भाये
जीना मजबूरी
जीवन बोझ बन
जाए
व्यवहार असहज
सोच असार्थक
विचार नकारात्मक
हो जाए
कुछ करने की
इच्छा
नष्ट हो जाए
मनुष्य पिंजरे
में
बंद पंछी सा
फडफडाये
ना उड़ सके
ना बैठ सके
व्यथित,निसहाय
जीवन बिताए
781-24-24-10-2012
ह्रदय , मन,व्यथित,निसहाय,जीवन
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