जीवन के
अंतिम समय में
पलंग पर लेटा
हुआ वृद्ध
चेहरा मुरझाये
फूल सा,
शरीर सूखे हुए
वृक्ष सा
पर आँखों की
चमक
नव पल्लवित
कली सी
जोश उमंग से
भरपूर
नम आँखों से
बेटे की
प्रतीक्षा कर
रहा था
उसे अभी अभी
सुखद समाचार
मिला
आज बरसों बाद
खोया हुआ बेटा
घर
लौट आया
संसार से जाते
जाते
हँसी के कुछ
पल
साथ लाया
804-46-30-10-2012
हँसी,जीवन ,अंतिम समय
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