हम खुद को बहुत
हूनरमंद समझते
थे
रूठे मौसम को
मना लेते थे
खिजा को बहार
में
बदल देते थे
जब मामला
दिल का आया
तो
मात खा गए
उन्हें हर तरीके
से
मनाया
पर मना ना सके
787-29-24-10-2012
प्यार,प्रेम,हूनरमंद, खिजा,बहार
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