Wednesday, May 11, 2011

मुझे ज्यादा नहीं थोड़ा चाहिए

मुझे ज्यादा नहीं
थोड़ा चाहिए
तृप्त मन को कर दे
संतुष्ट दिल को कर दे
कुछ ऐसा चाहिए
निश्चिंत सो सकूं
बिना क्रोध
खुशी से जी सकूं
ना किसी से होड़
ना किसी से नफरत
प्यार मोहब्बत से
रह सकूं
खुल कर हंस सकूं
सबको अपना कह
सकूं
11-05-2011
837-44-05-11

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