Monday, May 30, 2011

हंसना,मुस्कराना अब कहानी है

जुबां खामोश
लब सिले हुए
पलकें झुकी हुयी
आँखों में सिर्फ पानी है
अब वो नहीं है
ज़न्नत में बस गयी हैं
मगर उनकी याद
बाकी है
निरंतर रोना ही अब
किस्मत है
हंसना,मुस्कराना
अब कहानी है
गम ही अब साथी है
30-05-2011
959-166-05-11

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