प्यार मोहब्बत
की
बात ही करते
रहोगे
या कभी प्यार
भी करोगे
ईमान भाईचारे
के बारे में
लिखते ही रहोगे
या कभी जीवन
में भी
उतारोगे
दिल में दर्द
लेकर भी
मुस्काराते
रहोगे
या कभी हकीकत
में
मुस्काराओगे
अब चेहरे पर
से
मुखोटा उतार
दो
जैसे हो दुनिया
को बता दो
तुम्हें तुम्हारा
सत्य पता चल
जाएगा
जीने की सही
राह
दिखाएगा
जीवन तो सुधर
जाएगा
अंत भी सुखद
हो जाएगा
875-59-28-11-2012
जीवन,प्यार,मोहब्बत,भाईचारा,मुखोटा,
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