परेशान मन से
सोने का प्रयत्न करता रहा
करवटें बदलता रहा
मगर नींद नहीं आयी
मन टटोला तो आभास हुआ
आज कुछ लिखा नहीं
इसलिए मन परेशान है
तुरंत उठ कर
कलम हाथ में ले ली
कविता लिखने का
प्रयास करता रहा
मगर शब्दों ने साथ
नहीं दिया
फिर भी कुछ लिखना
तो था ही
तुरंत लिख दिया
जब मन परेशान होता है
तो ना नींद आती है
ना चैन मिलता है
मन को
खुश रखने के लिए
मन का
कहा करना होता है
लिखते ही
मन प्रसन्न हो गया
मैं भी नींद की गोद में
समा गया
859-43-23-11-2012
मन,नींद,परेशान,चैन
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