बहुत तमन्ना थी
उन्हें दुल्हन बना कर
घर लाऊँगा
अपने आशियाने को
ज़न्नत बनाऊंगा
नहीं पसंद किया
खुदा ने मेरे इरादे को
उसे दुल्हन का जोड़ा
पहना दिया
मेरे भी सेहरा बंधवा दिया
निकाह से पहले ही उसे
अपने पास बुला लिया
घर की बजाए
कब्रिस्तान को ज़न्नत
बना दिया
ना जाने क्यूं
मेरा सुकून खुदा से
देखा ना गया
कुछ कहा तो नहीं
अपनी जुबां से खुदा ने
उन्हें ज़मीन से उठा कर
तमन्ना रखने का
गुनाहगार करार
दिया
27-04-2012
478-59-04-12
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