कल रात जब
उससे मुलाक़ात हुयी
मुझ से रहा ना गया
उससे पूछ ही लिया
कब मिलोगी मुझसे
हकीकत में
रुआंसा चेहरा लिए
वो कहने लगी
तुम खुशकिस्मत हो
खवाबों में
मुझसे मिल लेते हो
मेरे बदकिस्मती देखो
मोहब्बत करती हूँ
जिससे
वो मिला नहीं
अब तक कहीं भी
मुझसे
27-04-2012
479-60-04-12
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