बड़े भोलेपन से तुमने
कह दिया
बसा रखा है मुझे
तुमने अपनी नज़रों में
मैं भी उतना ही
चाहता हूँ तुम्हें
जितना तुम चाहती हो
देखता हूँ कब तक
बसा कर रखोगी
नज़रों में
जब भी आँख खोलोगी
हकीकत में दिख
जाऊंगा
तुम्हारी तरह मैं भी
तुम्हें नज़रों में क़ैद
कर लूंगा
27-04-2012
475-56-04-12
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