संगीत की
मदमाती धुनों के बीच
सहेलियों के साथ नृत्य में
तल्लीन थी
अचानक हाथ को
सुहावना स्पर्श मिला
एक सुखद अनुभूती का
आभास हुआ
एक सिहरन शरीर में
मदमाती धुनों के बीच
सहेलियों के साथ नृत्य में
तल्लीन थी
अचानक हाथ को
सुहावना स्पर्श मिला
एक सुखद अनुभूती का
आभास हुआ
एक सिहरन शरीर में
दौड़ गयी
गूँज ह्रदय में पहुँच गयी
ह्रदय उल्लास से कहने लगा
यही वो सपना है
जिसे तुम
गूँज ह्रदय में पहुँच गयी
ह्रदय उल्लास से कहने लगा
यही वो सपना है
जिसे तुम
निरंतर देखती रही
हो
साकार करने के लिए
अब तक भटक रही हो
जाओ उसका आलिंगन करो
उसमें समा जाओ
उस ने तुरंत गर्दन घुमायी
मनमोहिनी सूरत को
साकार करने के लिए
अब तक भटक रही हो
जाओ उसका आलिंगन करो
उसमें समा जाओ
उस ने तुरंत गर्दन घुमायी
मनमोहिनी सूरत को
देखते ही निस्तेज
हो गयी
मुंह से एक
मुंह से एक
शब्द भी
नहीं निकला
अब लक्ष्य की प्राप्ती
हो जायेगी
विचारों में मग्न अपनी
सुध बुध खो दी
यथार्थ के संसार में लौटी
तो सब कुछ धुंधला गया
लाख प्रयत्न के बाद भी
सिवाय सहेलियों के
कोई नहीं दिखा ,
सपना टूट गया
विश्वास ही नहीं हुआ
लहर किनारे से मिलने से
अब लक्ष्य की प्राप्ती
हो जायेगी
विचारों में मग्न अपनी
सुध बुध खो दी
यथार्थ के संसार में लौटी
तो सब कुछ धुंधला गया
लाख प्रयत्न के बाद भी
सिवाय सहेलियों के
कोई नहीं दिखा ,
सपना टूट गया
विश्वास ही नहीं हुआ
लहर किनारे से मिलने से
पहले ही
आशाओं के समुद्र में
विलीन हो गयी
तब से अब तक फिर
लक्ष्य की खोज में
आशाओं के समुद्र में
विलीन हो गयी
तब से अब तक फिर
लक्ष्य की खोज में
भटक रही
है
29-07-2012
625-22-07-12
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