हम
सो कर भी
सोये
नहीं
ख्वाबों
में उनको
देखते
रहे
वो
थे की बिना
बुलाये
ही आ गए
पूछा
तो मुस्काराकर
कहने
लगे
जाना
था कहीं और
तुम्हारी
ओर आ गए
जब
आ ही गए तो
हमें
ही देखते रहो
चले
जायेंगे तो भी
बेचैनी
में सो तो ना
पाओगे
हमें
देखते देखते ही
रात
गुजार लो
रात
भर जागने का
बहाना
तो ढूंढ लोगे
हम
भी बिन बुलाये
मेहमान
तो नहीं
कहोगे
17-07-2012
611-08-07-12
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