Thursday, April 21, 2011

दवा मिलेगी या क़ज़ा मिलेगी

मैं चारागर था
उनका
अब बीमार उनका
वो चारागर मेरे
बीमार-ऐ-दिल की दवा
उनके पास 
मारें या ज़िंदा रखें
उनके हाथ में
मैं लाचार,उम्मीद में
जी रहा
उनके फैसले का इंतज़ार
कर रहा
दवा मिलेगी या
क़ज़ा मिलेगी
निरंतर
पशोपश में पडा
21-04-2011
724-146-04-11
 (1.चारागर = Doctor,Hakim,चिकित्सक
2.क़ज़ा=Death,म्रत्यु)

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