चाहे मिलो नहीं,
कभी नज़र आओ नहीं
मगर खुश तो रहा करो
गम मेरी किस्मत में
तुम तो मुस्काराया करो
दिल मेरा टूटा
तुम तो दिल कहीं लगाया करो
निरंतर बेवफा हम कहलाए
सज़ा भी पा रहे
हम हारे मोहब्बत में
तुम तो मोहब्बत किसी से करो
जिसे गले लगाओ
उस से वफ़ा दिखाया करो
19-04-2011
702-125-04-11
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