Saturday, March 16, 2013

मिलना चाहूंगा उनसे जिनसे अभी तक मिला नहीं



मिलना चाहूंगा उनसे
जिनसे अभी तक
मिला नहीं
जानना चाहूंगा उन्हें
जिन्हें अभी तक
जाना नहीं
नहीं जान पाऊंगा
नहीं मिल पाऊंगा
तो तमन्ना साथ ले
जाऊंगा
पर भूलना चाहूंगा
उन्हें जो मिले तो सही
पर उनके दिल साफ़
नहीं थे
शक्ल सूरत से
इंसान दिखते ज़रूर थे
मगर इंसान नहीं थे
मगर जाने से पहले उन्हें
धन्यवाद
ज़रूर देकर जाऊंगा
उन्होंने ही
तो सिखाया मुझको
किसी की यादें साथ
लेकर जाऊं
किसकी यादें यहीं
छोड़ जाऊं
29-29-15-01-2013    
जीवन ,मिलना जुलना ,इंसान,यादें,याद
डा.राजेंद्र तेला,निरंतर

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