Monday, June 25, 2012

ख्यालों की दुनिया में



सोना चाहता था
सुन्दर सपने देखना
चाहता था
उनके पैगाम की उम्मीद में
जागना भी चाहता था
रात बीत गयी
ना उनका पैगाम आया
ना सुन्दर सपने
देख सका
रोज़ की तरह उम्मीद में
वक़्त काटता रहा
ख्यालों की दुनिया में
खोता रहा
25-06-2012
596-46-06-12

No comments: