Tuesday, July 26, 2011

अफ़सोस की सिर्फ एक बेटे को जन्म दिया

एक जवान शहीद हुआ

माँ ने इकलौता बेटा खोया

शोक का माहौल था

हर शख्श आंसू बहा

रहा था

माँ की आँखें नम थी

चुपचाप कौने में बैठी थी

दिलासा में किसी ने

सब्र से काम लेने

हिम्मत और होंसला

रखने को कहा

माँ ने जवाब दिया

ना बेसब्र हूँ

ना होंसला और

हिम्मत खोयी

दुःख इस बात का कि

मैंने मेरा बेटा खोया

संतोष इस बात का

देश रक्षा में न्योछावर हुआ

अफ़सोस की सिर्फ

एक बेटे को जन्म दिया

परमात्मा से प्रार्थना

कर रही हूँ

अगले जन्म में भी मुझे

माँ बनाना

ढेरों बेटो को जन्म दे सकूँ

निरंतर

देश को अर्पित कर सकूँ

ऐसी किस्मत देना

25-07-2011

1233-113-07-11

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