चेहरा
अभी चमक रहा
हर शख्श
मुझे देख रहा
मुझे देख रहा
जब तेज़ कम होगा
क्या देखेंगे सब ?
अभी जवान हूँ
जोश से भरा हूँ
जोश से भरा हूँ
दिनों दिन
ऊपर चढ़ रहा
ऊपर चढ़ रहा
चढ़ते सूरज को
सलाम करते हैं सब
जब अस्त होगा
सूरज मेरा
सूरज मेरा
क्या सलाम करेंगे सब ?
ऋतु ज़िन्दगी की
निरंतर बदलती
निरंतर बदलती
बहारें हमेशा साथ
ना देती
ना देती
खिजा के मौसम में
क्या फूल
मुझे कोई देगा ?
मुझे कोई देगा ?
जब तक मुस्करा रहा
देख रहे हैं सब
देख रहे हैं सब
जब चेहरे पर
मुस्कराहट ना होगी
क्या देखेंगे सब ?
13-04-2011
664-97-04-11
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