Thursday, April 28, 2011

ठोकर खाने पहले ही सम्हल जाएँ

इस से पहले
वो दिल से निकाले
हम ही उन के दिल से
निकल जाएँ
निरंतर तोहमत हम पर
बेवफाई का लगाएँ
हम बावफा ही
उनसे दूर हो जाएँ
मिलें भी तो
 ना पहचानें उन्हें
वो भूलें हमें उसे पहले
हम भूल जाएँ
हमें मालूम है 
बदनाम हमें करेंगे
ज़माने को हकीकत
हम ही बताएँ
ठोकर खाने पहले ही
सम्हल जाएँ
28-04-2011
775-195-04-11

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