जो कह रहा हूँ
कम से कम सुन तो लो
बोलने से पहले ही
बिना समझे ही उत्तर
तो मत दो
सब जानते हो मन में
धारणा मत बनाओ
बिना सोचे समझे
प्रतिक्रया तो मत दो
एक बार यह भी सोच लो
कोई करे अगर
तुम्हारे साथ ऐसा ही
तुम्हें कैसा लगेगा?
उसका व्यवहार
क्या तुम्हें स्वीकार होगा?
फिर क्यों सुनते नहीं तुम
मेरी बात पूरी
नहीं समझ आये तो
मानना ज़रूरी तो नहीं
कम से कम सुन तो लो
बात मेरी
15-03-2012
377-111-03-12
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