मत सुनाओ मुझे
अपने दिल के अफ़साने
बड़ी मुश्किल से भूला हूँ
अब याद ना दिलाओ
मुझे मेरे अफ़साने
तुम्हारे साथ भी वही
हुआ होगा
जो मेरे साथ हुआ था
तुम्हें भी किसी के हुस्न ने
लूटा होगा
फिर बेवफायी का तोहफा
दिया होगा
ज़ख्मों से नवाज़ा होगा
फिर तुम्हें ही कसूरवार
ठहराया होगा
जी भर के तडपाया होगा
लम्हा लम्हा रुलाया होगा
अब तुम भी भूल जाओ
मोहब्बत के जंजाल से
निकल जाओ
07-03-2012
310-44-03-12
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