निरंतर कुछ सोचता रहे,कुछ करता रहे,कलम के जरिए बात अपने कहता रहे....
(सर्वाधिकार सुरक्षित) ,किसी की भावनाओं को ठेस पहुचाने का कोई प्रयोजन नहीं है,फिर भी किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचे तो क्षमा प्रार्थी हूँ )
उनके दरवाज़े पर दस्तक दी मैंने की आवाज़ सुनी उन्होंने धीरे से दरवाज़ा खोला उन्होंने फिर बोले हमसे दस्तक देनी है तो दिल के दरवाज़े पर दो सुनानी है तो दिल की आवाज़ सुनाओ जाना कहीं और चाहते हो निरंतर रास्ता कोई और पकड़ते हो
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