Sunday, April 10, 2011

उनके दरवाज़े पर दस्तक दी मैंने

उनके दरवाज़े पर
दस्तक दी मैंने
 
की आवाज़ सुनी
उन्होंने
धीरे से दरवाज़ा खोला
उन्होंने
फिर बोले हमसे
दस्तक देनी है तो
दिल के दरवाज़े पर दो
सुनानी है तो दिल की
आवाज़ सुनाओ
जाना कहीं और चाहते हो
निरंतर रास्ता कोई और
पकड़ते हो
10-04-2011
639-72-04-11

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