उलझन
में उलझा था
उलझन
पर कुछ लिखूं
इसी उलझन में
उलझता गया
समय बीतता गया
दिमाग और उलझता
उलझन
पर कुछ लिखूं
इसी उलझन में
उलझता गया
समय बीतता गया
दिमाग और उलझता
गया
कैसे इस उलझन को
कैसे इस उलझन को
सुलझाऊं ?
सोचने लगा,जितना
सोचता
उतना और उलझता
तभी ख्याल आया
पढने वाले भी
सोचता
उतना और उलझता
तभी ख्याल आया
पढने वाले भी
पढ़ते ,पढ़ते
उलझ गए होंगे
उनको उलझन से
मुक्त करने के लिए
उलझन पर उलझना
बंद किया
उलझ गए होंगे
उनको उलझन से
मुक्त करने के लिए
उलझन पर उलझना
बंद किया
उलझन पर लिखना
निरंतर
निरंतर
उलझन बन गया
जब भी उलझन
जब भी उलझन
शब्द आता
मैं फिर उलझता
मैं फिर उलझता
10-04-2011
638-71-04-11
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