Sunday, April 10, 2011

नारी शक्ति को निरंतर नमन

किसी की बेटी किसी की बहन हो
तोहफा  खुदा  का दुनिया को हो
इज्ज़त तुम्हारी कभी  हुयी नहीं
हमेशा से कमज़ोर समझी गयी
इंसान को जन्म तुम्ही देती हो
पाल पोस बड़ा तुम्ही करती हो
जिस्म की ताकत कम तुम्हारी
हिम्मत और जज्बा  कम नहीं
सब्र और प्रेम , कोई सीखे तुमसे
हालात से  लड़ना  जाने  तुमसे
माँ ,बहन , पत्नी हैं  , रूप तुम्हारे 
भक्तों में देवी भी कहलाई जाती
नारी -शक्ति को  निरंतर  नमन
दिल-ओ-जान न्योछावर तुम पर
09-04-2011
637-70-04-11

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