Friday, January 20, 2012

नहीं चाहता तूँ बदनाम हो जाए


   अपने अक्स को
बहुत सम्हाल कर
रखता हूँ
नहीं चाहता
जिस तरह मैं टूट गया
उस तरह मेरा अक्स
टूट जाए 
दिल बाहर निकल कर
बिखर जाए
उस पर लिखे तेरी
बेवफायी के किस्से
दुनिया को 
पता चल जाए
निरंतर
दिल से चाहा तुझ को
नहीं चाहता
   तूँ बदनाम हो जाए    
19-01-2012
67-67-01-12

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