मेरा दुश्मन मैं खुद हूँ
आदत से मजबूर हूँ
सच कह देता हूँ
उनकी नाराजगी का
बहाना बन जाता हूँ
उन्हें खो देता हूँ
बहुत कोशिश कर ली
आदत नहीं बदल
पाता हूँ
खुदा का फरमान
समझ
समझ
फैसला कबूल करता हूँ
नया साथ ढूँढने
निकल पड़ता हूँ
03-03-2012
285-20-03-12
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