Wednesday, April 13, 2011

कपडे सफ़ेद होने चाहिए,


कपडे सफ़ेद होने चाहिए,

चाहे कितने भी दागदार हों,

दिखने सफ़ेद चाहिए,

झूठ,फरेब,और घृणा से भरी हुयी,

मीठी मुस्कान से छुपी हुयी,

फितरत,दिखनी नहीं चाहिए,

दोगलेपन का साबुन इतना लगाओ,

कपडे,दूसरों के कपड़ों से,

"निरंतर" सफ़ेद दिखने 
चाहिए

23-08-2010

(समाज के गिरगिटों और येन केन प्रकारेण धन अर्जन की अंधी दौड़ मैं सम्मिलित,सफेदपोशों को हृदय से समर्पित)

1 comment:

Dr (Miss) Sharad Singh said...

जीवन की कटु सच्चाइयों से परिपूर्ण इस रचना के लिए बधाई।