Monday, April 4, 2011

हालत पर मुस्करा रहे

झलक दिखलायी
और गुम हो गए
इशारा कर के
खुद गायब हो गए
आग लगा कर
दूर हो गए
हम जल रहे
उन्हें ढूंढ रहे
आग दिल की बुझे
उनका इंतज़ार
कर रहे
वो दूर खड़े
देख रहे 
निरंतर हालत पर 
मुस्करा रहे
04-04-2011
601-34 -04-11

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